पितृसत्तात्मक समाज व्यवस्था की दृष्टि से निष्कासन उपन्यास का अध्ययन - रोहतक हिन्दी विभाग, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय 2018 - 95


हिन्दी साहित्य
उपन्यास - आलोचना

891.43309 / RR137P