Understanding your Users (Second Edition)
By: Publication details: 2015 Morgan KaufmannISBN:- 9780128002322
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7141
ओ री ललात ती धवल रेख के सांस्कृतिक आयाम
by संजीव कुमार -
7142
भैतर हजार की भोडिया कहानी संग्रह मे चित्रित समाज
by मलिक, माया -
7143
वह एक पल कहानी संग्रह में चित्रित सामाजिक यथार्थ
by कृष्णा देवी -
7144
चूँकि सवाल कभी खत्म नही होते काव्य संग्रह में राजनीतिक चित्रण
by मलिक, माया -
7145
माल्लक देक्खै सै में चित्रित यर्याथ : हरियाणवी लधुकथा-संग्रह
by पुष्पा रानी -
7146
पंकज सुबीर के उपन्यास अंकाल में उत्सव में किसान
by गहलोत, शीला -
7147
चुप की एक भाषा होती है मे नारी चेतना
by मलिक, माया -
7148
सच्चिदानन्द चतुर्वेदी जी के उपन्यास पिधले चैहरे में चित्रित साम्प्रदायिकता
by सुशीला कुमारी -
7149
रेत समाधि उपन्यास मे चित्रित नारी समस्याएँ
by गहलोत, शीला -
7150
समकालीन विमर्शो की दृष्टि से भालचन्द्र जोशी के कथा-साहित्य का अध्ययन
by कृष्णा देवी -
7151
मनीषा कुलश्रेष्ठ के कथा-साहित्य में चित्रित नारी
by जून, कृष्णा -
7152
इक्कीसवीं सदी के प्रमुख हिन्दी उपन्यासों में पारिवारिक विद्यटन
by गहलोत, शीला -
7153
हिन्दी उपन्यासों में चित्रित कृषक जीवन और चुनौतियाँ
by मलिक, माया -
7154
चेचला चोर उपन्यास में उभरती स्त्री छवि
by अग्रवाल, रोहिणी -
7155
इक्कीसवीं सदी के उपन्यासों में चित्रित किन्नर समाज की सम्सायाएँ
by मलिक, माया -
7156
गीता श्री के उपन्यास हसीनाबाद में चित्रित नारी संधर्ष
by पुष्पा -
7157
आओ माँ ! हम परी हो जाएँ में पितृसत्तात्मक व्यवस्था का स्वरुप और स्त्री प्रश्न
by अनिल कुमार -
7158
शैलेन्द्र सागर के उपन्यास एक सुबह यह भी में दलित समाज की समस्याएँ
by सुशीला -
7159
नरेश मिश्र के संस्मरण स्तृति की लतिकाएँ भावभूमि
by पुष्पा रानी -
7160
मनोज रुपडृा की कहानियों में चित्रित उपभोक्तावादी संस्कृति
by अनिल कुमार